आंवला नवमी का महत्व

आंवला नवमी हिंदू धर्म में एक पवित्र पर्व है, जिसे अक्षय नवमी के नाम से भी जाना जाता है। इसे विशेष रूप से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को समर्पित किया गया है।

पर्व की तिथि और मुहूर्त

इस वर्ष आंवला नवमी 19 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक रहेगा।

आंवला नवमी की पौराणिक कथा

मान्यता है कि इस दिन आंवला वृक्ष में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास होता है। आंवला वृक्ष की पूजा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।

पूजा विधि

आंवला वृक्ष के पास दीप जलाएं, फूल चढ़ाएं और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए उनकी आरती करें। साथ ही मां लक्ष्मी की भी पूजा करें।

आंवला वृक्ष का महत्व

आंवला वृक्ष के पास दीप जलाएं, फूल चढ़ाएं और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए उनकी आरती करें। साथ ही मां लक्ष्मी की भी पूजा करें।

व्रत रखने का लाभ

आंवला नवमी के दिन व्रत रखने से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।

दान का महत्व

आंवला नवमी पर गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सकारात्मकता आती है।

आंवला का स्वास्थ्य लाभ

आंवला में विटामिन सी की प्रचुरता होती है, जो इम्यूनिटी बढ़ाता है और शरीर को स्वस्थ रखता है। इसका सेवन करने से बाल, त्वचा, और आँखों को लाभ होता है।

आंवला नवमी के अन्य नाम

इस पर्व को अक्षय नवमी भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है 'अक्षय पुण्य'। इस दिन किए गए कार्यों का पुण्य कभी नष्ट नहीं होता।

आंवला नवमी पर शुभकामनाएं

आंवला नवमी के इस पावन पर्व पर अपने परिवार और मित्रों को शुभकामनाएं दें और मां लक्ष्मी एवं भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करें।